किसान आवारा पशुओं से परेशान, अबकी बार लोकसभा चुनाव में मुद्दा बन सकता है !
किसान देश का अन्नदाता कहलाता है मगर उसकी सरकार सुनती ही नहीं,बस नेता चुनाव के समय बड़े बड़े वादे कर के मुखर जाती हैकई बार किसान सडकों पर अपनी मांग को लेकर सरकार के विरुद्ध हल्ला बोल कर चुकी है. उत्तर प्रदेश में इस समय किसान काफी परेशान है ऐसा किसान आरोप लगा रही है .किसानों की अब की बार बड़ी समस्या आवारा पशु है, जिसके चलते वो परेशान और हैरान है ये आवारा पशु किसानों के खेत चुंग ले रही है ग़ाज़ियाबाद के इनायत पुर गांव में किसानों के खेत आवारा पशुं ने स्वाहा कर दिया है इससे किसान परेशान होकर इन आवारा पशुओं के अपने गांव के प्रधान के घर बाँध दे रहे है
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खबरों के मुताबिक गौतमबुद्ध नगर में भी किसानों आवारा पशुओं से परेशान होकर गांव के सरकारी स्कूल में बाँध दिया .किसान कहते है कि हमारे पास और कोई चारा नहीं है ये आवारा पशु बीघे दर बीघे खेत चर जा रही है हमारे पास अन्न की कमी हो रही है हम अपने प्रधान के पास इसका सुझाव मांगने जाते है तो वो भी इसी समाया से जूझ रहा है.
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आपको बता दें ये एक ही जिले की समस्या नहीं है ये पूरे उतर प्रदेश के किसानों की समस्या है जिससे किसान इन आवारा पशुओं से परेशान है एक तो किसान की फसल का अच्छा दाम नहीं मिल पता, ऊप्पर से किसान इन आवारा पशुओं से परेशान है किसान साफ़ तौर से परेशान होकर कही न कहीं बैठकर चर्चा करते है वो सिर्फ इसका हल निकालने में लगे है कैसे इससे निजात पाया जाएँ किसान का दावा है की हम कई बार नगर निगम से भी शिकायत कर चुके है मगर हमारी कोई सुन ही नहीं रहा है इस बार हम खुद फैसला लेकर इन आवारा पशुओं को सरकारी जमीं पर बांध रहे है.
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गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनते ही अवैध बूचड़ खाने को बंद करने का एलान किया, इस घोषण के बाद से गौवंश के वध पर सख्त कानून जारी किया. लिहाजा नए सीएम के फरमान पर सरकारी मशीनरी ने फौरन 'कड़ाई' से अमल किया और गाय-बछड़ों के ट्रकों के पहिये जाम कर दिए. कई बबर ख़बरों में देखा गया है कि गाय के नाम से गौरक्षकों ने भी खूब तांडव मचाया. इसका खामियाजा अब किसानों को भुगतना पड़ रहा है.
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