Ad Code

Responsive Advertisement

आखिर ये कैसा बजट.. बेरोजगार जायें तो कहाँ जायें?

आखिर ये कैसा बजट.. बेरोजगार जायें तो कहाँ जायें?


कल ही सरकार के द्वारा बजट पास हुआ। जहां मिडिल क्लास को टैक्स में काफी छूट दी गई हैं वहीं किसानों को भी कुछ छूट, जिसके पास 2 हेक्टेयर जमीन है उनको भी सालाना में ६००० हज़ार रुपए दिए जा रहे हैं। क्या आपको पता है देश में कितने लोग बेरोजगार हैं। वहीं दिल्ली से सटे नोएडा में कई लोग बेरोजगार है। नोएडा सेक्टर 58 के पास लेबर चौक है जहां सुबह से ही दिहाड़ी मजदूरी के लिए भीड़ जुटना शुरू हो जाती है। इस भीड़ में कई लोग पढ़े लिखे भी हैं ना सिर्फ ग्रेजुएट बल्कि पोस्ट ग्रेजुएट भी शामिल है। हमारी बात मनोज से हुई जोकि चार पांच साल से अलग परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं पर नौकरी नहीं मिली है मगर परिवार की परेशानी देख कर उनसे रहा नहीं गया । वह मजदूरी करने निकल पड़े और मजदूर बन गए।


 


इनकी डिग्री को लेकर मन में सवाल उठा तो हमने उनसे पुछा भाई कहा रहते हो तो उन्होंने ने बताया मैं खोड़ा में रहता हूँ। वो अपने घर ले गए और अपने डिग्री को भी दिखाई ।हमने पूछा क्या तुम किराये पर रहते हो? तो उन्होंने ने कहा हाँ.।मगर किराए पर रहने वाले मनोज मिस्त्री तो बन गए मन में ख्याल आता है इन डिग्रियों का क्या होगा? कब काम आएंगे? उनका कहना है कि शहर में नौकरियां मिल नहीं रही है । लेबर चौक पर मजदूरी कर लें, जिससे परिवार का पालन पोषण हो संकें, बच्चों परिवारों को भी पालना है।मनोज का कहना है कि जब भी नौकरी करते है तो कंपनी वाले पैसे कम देते है और परेशान ज्यादा ।


 


तो कहीं ना कहीं कंपनी वाले कम पैसे देकर भगा देते हैं और बोलते हैं कि काम ठीक से नहीं आता है क्या करें कम से कम मजदूरी करके दिन की दिहाड़ी 500 तो मिल जाती ।है जिससे हम परिवार वालों का पालन पोषण कर लेते हैं कब सरकार हमारे लिए नौकरी की बंदोबस्त करेंगी। सरकार आती है ओर चली जाती है। मगर हम जैसे बेरोजगारों के बारे में कोई चिंता ही नहीं होती।


 


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ