Ad Code

Responsive Advertisement

जुनैद अहमद को UPSC में मिली तीसरी रैंक,पढ़ें पूरा इंटरव्यू ,कैसे करी तैयारी

 


जुनैद अहमद को UPSC में मिली तीसरी रैंक,पढ़ें पूरा इंटरव्यू ,कैसे करी तैयारी 


नॉएडा । बिजनौर के नगीना कस्बे में रहने वाले जुनैद अहमद का घर में खुशी का माहौल है। मध्यमवर्गीय मुस्लिम परिवार में रहने वाले जुनैद के पिता जावेद हुसैन पेशे से वकील हैं और मां आयशा रजा गृहिणी हैं। जुनैद की दो बहनें भी हैं, जिन्हें अपनी भाई की सफलता पर गर्व हैं।जुनैद अहमद ने बताया कि 10वीं और 12वीं की परीक्षा में 60 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण की। स्नातक के लिए एक पढ़ाई प्राइवेट विश्वविद्यालय से की। कॉलेज में पढ़ाई के दौरान मन ये ख्याल आया कि समाज के लिए कुछ करना है।


https://cityandolannews.page/xjvqL8.html



CREDIT PIC ANI


https://cityandolannews.page/xCrxAa.html


जुनैद अहमद का मन का पक्का विश्वास
मन में इस विचार के बाद ही आईएएस बनने की ठानी और लगातार कोशिश करता गया। पिछले चार सालों की तैयारी के बाद, पांचवीं कोशिश में सफल हुआ। फरीदाबाद में ट्रेनी रेवेन्यू अफसर जुनैद अहमद इस साल की सिविल सेवा(UPSC) परीक्षा में तीसरे स्थान पर रहे हैं। जुनैद को पांचवीं कोशिश में यह सफलता हाथ लगी है।पिछले साल 352 वीं रैंक आने पर जुनैद को रेवेन्यू सर्विस मिली थी। उत्तर प्रदेश के बिजनौर से आने वाले जुनैद 2014 से इस परीक्षा की तैयारी में जुटे थे और शुरुआती असफलता से वे निराश भी हुए।जामिया मिल्लिया इस्लामिया की रेजिडेंशियल कोचिंग से तैयारी करने वाले जुनैद का कहना है कि बचपन से मेरी ख्वाहिश थी कि गरीबों के लिए कुछ करूं और घर में जो किसी ने अभी तक नहीं किया मैं वह करके दिखाऊं।



UPSC की तैयारी कैसे करें 


जुनैद बताया का  मानना है कि एक बार आप NCERT कवर कर लेते हैं तो आपका बेस बन जाता है। उसके बाद आपको करंट अफेयर्स पर फोकस करना चाहिए। जुनैद बताया की कि NCERT को उन्होंने अपनी तैयारी का आधार स्तंभ बताया। चाहे बात जनरल स्टडीज की हो या ऑप्शनल सब्जेक्ट्स की, बेसिक तैयारी उन्होंने NCERT से ही की। जुनैद का ऑप्शनल सब्जेक्ट जियोग्राफी था।इसके लिए जुनैद द हिन्दू और इंडियन एक्सप्रेस पढ़ते थे। ऑप्शनल जियोग्राफी के लिए उन्होंने मजीद हुसैन की किताब भी पढ़ी। यानीं पहले NCERT को कवर करना फिर रेफरेंस बुक का उन्होंने सहारा लिया।



जुनैद सिटी आंदोलन न्यूज़ के उन पाठकों से जो सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करना चाहते हैं उनसे कहना चाहते हैं कि आपको तैयारी को समग्र रूप में देखना चाहिए। ये नहीं कि प्रीलिम्स और मेंस के लिए अलग-अलग तैयारी करनी है। उतार लिखने की प्रैक्टिस को भी जुनैद काफी अहमियत देते हैं। शुरुआती सालों की असफलता के बाद जुनैद ने उत्तर लिखने की प्रैक्टिस पर काफी वक़्त दिया क्योंकि मेंस में इसकी अहमियत काफी बढ़ जाती है। जुनैद कहते हैं कि आप चाहे जो करें असफलता से घबराएं नहीं और अपने निशाने पर आंख जमाये रखें तो आपको सफलता जरूर मिलेगी।


 


#JUNAID AHAMED #UPSC RESULT #TOPPER #RANK 3 #CIVIL SERVICES #IAS EXAM #IPS #UTTAR PRADESH NEWS


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ