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UPSC | Praveen Kumar 7th rank in UPSC | रैंक 7 प्रवीण की स्ट्रेटेजी

 

UPSC | Praveen Kumar 7th rank in UPSC |  रैंक 7 प्रवीण की स्ट्रेटेजी 


 जिले के चकाई का रहने वाला प्रवीण कुमार इस बार यूपीएससी की परीक्षा में सातवां स्थान (Praveen Kumar got 7th rank in UPSC Result) हासिल कर जिले का नाम रौशन किया है. प्रवीण कुमार ने आईआईटी से बीटेक कर दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी की थी. फिलहाव वे दिल्ली में ही हैं, लेकिन यूपीएससी की परीक्षा में सातवां स्थान पाने पर उनके परिवारवालों में खुशी की लहर है. चकाई और जिले के कई लोगों ने प्रवीण के परिवारवालों को शुभकामना और बधाइयां दी हैं. बता दें कि प्रवीण कुमार के पिता सीताराम वर्णवाल चकाई में एक दवा की दुकान चलाते हैं, वहीं उनकी मां वीणा वर्णवाल गृहिणी हैं.

प्रवीण की प्रारंभिक पढ़ाई झारखंड के जसीडीह में हुई थी. जिसके बाद मैट्रिक और इंटर उन्होंने पटना में किया था. प्रवीण पढ़ने में शुरू से ही तेज थे. 15 अगस्त 1994 में जन्मे 27 साल के प्रवीण कुमार ने अपनी मेहनत के बल पर पढ़ाई करते हुए चकाई जैसे छोटे जगह से निकलकर झारखंड के जसीडीह के रामकृष्ण विवेकानंद विद्या मंदिर से प्रारंभिक पढ़ाई की. फिर बाद में पटना से मैट्रिक और इंटर की पढ़ाई की. इसके बाद  कानपुर आईआईटी से 2017 में सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद गेट की परीक्षा भी पास की और दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे.

प्रवीण कुमार फिलहाल भारतीय रेल में इंजीनियरिंग विभाग में दिल्ली में कार्यरत हैं. प्रवीण कुमार यूपीएससी की परीक्षा में अपना विषय सिविल इंजीनियरिंग ही रखा था. यूपीएससी 2021 के परीक्षा परिणाम में सातवां रैंक पाने वाले प्रवीण कुमार फिलहाल दिल्ली में ही हैं, लेकिन उनके पैतृक घर चकाई के मुख्य बाजार में खुशी का माहौल से भी बढ़कर है.

प्रवीण कुमार के पिता सीताराम वर्णवाल भावुक हो कर कहते हैं कि भोले बाबा की कृपा है कि छोटे जगह से निकला उनका लाल आज पूरे परिवार और चकाई का नाम रौशन कर दिया. पिता सीताराम बर्णवाल के अनुसार वह बचपन से ही पढ़ने में तेज थे जिसका परिणाम आज सामने है. अगर प्रवीण की बात करें तो बीटेक करने के बाद प्रवीण गेट परीक्षा में पांचवा स्थान लाया था जबकि यूपीएससी द्वारा आयोजित इंजीनियरिंग की परीक्षा में तीसरे स्थान पर रहे.

सातवीं रैंक पाने वाले प्रवीण कुमार ने  बताया कि मेहनत व लगन के बल पर सफलता पाई जा सकती है. देश के सबसे बड़ी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों को संदेश देते हुए प्रवीण कुमार ने बताया कि यूपीएससी की डिमांड को समझते हुए मेहनत के साथ तैयारी करने की जरूरत है, इसके बाद सफलता जरूर मिलेगी. बता दें कि बिहार के शुभम कुमार यूपीएएससी की परीक्षा में टॉपर बने हैं वहीं सत्यम गांधी ने 10वीं रैंक प्राप्त की है. इसके साथ ही कई और अभ्यर्थियों ने सफलता के झंडे गाड़े हैं.


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