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नौकरी से पूरे नहीं हुए खर्चे तो बन गईं कॉलगर्ल, 7 युवतियां और 2 एजेंट गिरफ्तार, बड़े सेक्स रैकेट का खुलासा

नौकरी से पूरे नहीं हुए खर्चे तो बन गईं कॉलगर्ल, 7 युवतियां और 2 एजेंट गिरफ्तार, बड़े सेक्स रैकेट का खुलासा

लखनऊ में नौकरी करने के लिए आईं युवतियां रुपयों की चाह में फंसकर टेलीकॉलर से कॉलगर्ल बन गईं। आलमबाग पुलिस ने एक सेक्स रैकेट संचालिका समेत 7 युवतियों को पकड़ा। दो एजेंट भी गिरफ्तार किए गए। पुलिस के मुताबिक ज्यादा पैसा कमाने के लालच में यह लड़कियां गलत काम कर रही थीं। यह लड़कियां उन्नाव, प्रयागराज, गोरखपुर, बहराइच आदि जिलों की हैं।


इंस्पेक्टर विश्वकर्मा ने बताया कि कई दिनों से इलाके में अनैतिक गतिविधियों की सूचना मिल रही थी. पुलिस टीम ने छानबीन शुरू की तो पता चला एक मकान में रह रहे कुछ लड़के-लड़कियां अनैतिक गतिविधियों में लिप्त हैं. पुलिस ने मौके पर जाकर जांच की तो मकान के अंदर से 7 युवतियां और 2 युवक मिले. सभी को हिरासत में ले लिया गया. कमरे में तमाम आपत्तिजनक सामग्रियां भी पाई गईं. पूछताछ से पता चला सभी सेक्स रैकेट का हिस्सा हैं.

गिरोह के लोग हर 2 महीने में मकान बदल देते थे

पकड़े गए युवक प्रयागराज निवासी हर्षित पांडे और उन्नाव निवासी मुकेश पाल हैं जो एजेंट के तौर पर काम करते थे. दोनों व्हाट्सएप और सोशल मीडिया के अन्य माध्यमों से ग्राहक तलाशते थे. महिलाओं की फोटो ग्राहकों को दिखाकर उनसे बुकिंग की जाती थी. रकम का ट्रांसफर ऑनलाइन ही किया जाता था. ग्राहकों को घर पर या किसी होटल में बुलाया जाता था. पुलिस को शक है गिरोह में अन्य लोग भी शामिल हैं. आगे की छानबीन की जा रही है.

इंस्पेक्टर ने बताया कि पकड़ी गई युवतियां उन्नाव, प्रयागराज, गोरखपुर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों की रहने वाली हैं. युवतियों ने बताया कि वह टेलीकॉलर बनने या अन्य नौकरियों के लिए लखनऊ आई थीं. अधिक रुपए कमाने के चक्कर में गिरोह के चंगुल में फंसकर कॉलगर्ल बन गईं. इंस्पेक्टर ने बताया कि गिरोह के लोग अत्यंत शातिर हैं और लोगों की नजर में आने व पुलिस से बचने के लिए हर 2 महीने में मकान बदल देते थे.



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