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जागृति बनी महिला वर्ग की टॉपर UPSC CSE 2020 | Jagriti Awasthi | Rank 2 UPSC CSE 2020

जागृति बनी महिला वर्ग की टॉपर UPSC CSE 2020 | Jagriti Awasthi | Rank 2 UPSC CSE 2020


UPSC CSE 2020: समाज में उल्लेखनीय बदलाव लाने की इच्छा एक इंजीनियर को लोक सेवा के क्षेत्र में न सिर्फ ले आती है बल्कि देशभर में गौरवान्वित भी करती है। हम बात कर रहे हैं संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में देश में दूसरा स्थान हासिल करने वाली भोपाल की जागृति अवस्थी की। जागृति बताती हैं कि उन्होंने निश्चय किया कि वे इंजीनियरिंग छोड़कर एकाग्रता के साथ इस परीक्षा की तैयारी करेंगी। वे म‍हिला वर्ग की टापर बनी हैं।


जागृति का मानना है कि इंजीनियरिंग के क्षेत्र में समाज को लेकर कुछ उल्लेखनीय कार्य करना मुमकिन नहीं था, इसलिए लोक सेवा की राह का चयन किया। उनका कहना है कि वे समाज में कुछ ऐसा परिवर्तन लाना चाहती हैं जिससे तीस-चालीस साल बाद जब भी वे किसी मुकाम पर पहुंचें तो लोग कहें कि उन्होंने समाज में बड़ा बदलाव किया।


भोपाल के शिवाजी नगर में रहने वालीं, होम्योपैथिक डाक्टर की बेटी जागृति 2017 में मैनिट से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद भारत हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड (बीएचईएल) में सेवाएं देने लगी थीं। दो साल तक काम करने के बाद भी उन्हें इंजीनियरिंग रास नहीं आई। जून 2019 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा में भाग्य आजमाया, हालांकि सफलता नहीं मिली लेकिन इरादे मजबूत थे।


जागृति अपनी इस सफलता का श्रेय माता-पिता के साथ भाई डा. सुयश अवस्थी को देती हैं। एमबीबीएस कर चुके सुयश ने जागृति को बीएचईएल की नौकरी छोड़ने की हिम्मत दी और यूपीएससी की तैयारी में हर समय पूरा सहयोग किया। जागृति ने बताया कि जुलाई 2019 से मैंने तैयारी शुरू की और एक साल पूरे समर्पण से तैयारी की।


जागृति ने बताया कि वे ग्रामीण विकास, महिला सशक्तीकरण और बच्चों के विकास के क्षेत्र में कार्य करना चाहती हैं इसीलिए पिता और भाई दोनों के डाक्टर होने के बाद भी यह राह चुनी। जागृति के पिता डा. सुरेश चंद अवस्थी शासकीय होम्योपैथी कालेज में प्रोफेसर हैं। उन्होंने बताया कि जागृति आरंभ से ही पढ़ाई में अव्वल रही है। वे मूलत: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के नसेनिया गांव के रहने वाले हैं।


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