मुख्यपृष्ठ DELHI-NCR दिल्ली में पहली बार 6 'महिला आईपीएस' संभालेंगी 'जिलों की कमान'
दिल्ली में पहली बार 6 'महिला आईपीएस' संभालेंगी 'जिलों की कमान'
दिल्ली में पहली बार 6 'महिला आईपीएस' संभालेंगी 'जिलों की कमान'
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने इस बार एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया है। इस पुलिस रिकॉर्ड पर ना सिर्फ दिल्ली पुलिस को बल्कि पूरे देश को गर्व है। दिल्ली पुलिस ने दिल्ली की कानून व्यवस्था को 15 जिलों के अंदर बांटा हुआ है जिसमें ईस्ट, वेस्ट, साउथ, नॉर्थ, नॉर्थ ईस्ट, साउथ वेस्ट, साउथ ईस्ट, सेंट्रल, नई दिल्ली,द्वारका,रोहिणी, आउटर,आउटर नॉर्थ, नार्थ वेस्ट, शाहदरा है। अब इन 15 जिलों में 6 महिला आईपीएस (Lady IPS Officer) डीसीपी (DCP) की तैनाती की गई है इससे पहले दिल्ली दिल्ली पुलिस में 4 आईपीएस महिला अधिकारियों ने जिलों को संभाला था।
प्रियंका कश्यप ईस्ट उषा रानी नॉर्थ वेस्ट और उर्विजा गोयल पहले से ही अपने अपने जिलों में बखूबी काम कर रही है और इनके जिलों में क्राइम रेट और जिलों के मुकाबले बेहतर है और यही वजह है कि महिला अधिकारियों पर नए पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने और ज्यादा विश्वास जताया है।
ईशा पांडे को साउथ ईस्ट जिले की जिम्मेदारी
डीसीपी पीसीआर रही ईशा पांडे को साउथ ईस्ट जिले की जिम्मेदारी दी है। आईपीएस ईशा ने डीसीपी पीसीआर के पद पर रहते हुए कई सहरानीय काम किए है जिसके लिए इनकी विभागीय तारीफ भी हुई है। आईपीएस ईशा के पति राजीव रंजन अभी डीसीपी आउटर नार्थ थे और वो अब डीसीपी स्पेशल सेल का पदभार संभालेंगे।
बेनिता मेरी डीसीपी साउथ बनाई गई हैं
निर्भया कांड के दौरान ट्रेनी के बनकर पर काम करने वाली बेनिता मेरी की पहचान एक तेज तर्रार महिला अधिकारी के रूप में की जाती है। अब बेनिता मेरी डीसीपी साउथ बनाई गई है और इस हाई प्रोफाइल जिले की जिम्मेदारी इनके कंधो पर पर है।
श्वेता चौहान को सेंट्रल जिले की कमान
क्राइम ब्रांच में अपने काम का लोहा मनवा चुकी श्वेता चौहान को सेंट्रल जिले की कमान सौंपी गई है। आईपीएस श्वेता ने अपनी पहचान एक बेहद समझदार और स्मार्ट ऑफिसर की बनाई है।
दिल्ली के बढ़ते क्राइम रेट की रफ्तार पर वर्क लगाई जाएगी
दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने जब से अपना पद संभाला है तब से वो लगतार दिल्ली पुलिस वेलफेयर के लिए नए-नए कदम उठा रहे है और पुलिसकर्मी इसकी लगतार सरहाना भी कर रहे है। पुलिसकर्मियों के कहना है कि राकेश अस्थाना जी के आने के बाद से निचले स्तर के कर्मचारियों के बारे में भी बराबर सोचा जा रहा है। राकेश अस्थाना का दिल्ली के 6 जिलों की कमान महिला IPS के हाथों में सौंपने को भी एक बेहद पॉजिटिव तरीके से देखा जा रहा है। अब उम्मीद की जा रही है दिल्ली के बढ़ते क्राइम रेट की रफ्तार पर वर्क लगाई जाएगी।
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