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धार्मिक स्थल व तीर्थ क्षेत्रों में मांस-मदिरा की बिक्री पर रोक, संतों ने की सीएम योगी की तारीफ

धार्मिक स्थल व तीर्थ क्षेत्रों में मांस-मदिरा की बिक्री पर रोक, संतों ने की सीएम योगी की तारीफ

खबर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अयोध्या (Ayodhya) से है. कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर मथुरा पहुंचे सूबे के मुख्यमंत्री ने धार्मिक स्थलों और तीर्थ क्षेत्रों से मांस मदिरा की बिक्री पर रोक लगाने तथा प्रशासन को निर्देश दिया है कि तीर्थ क्षेत्र स्थित मांस मदिरा की दुकानों और शराब की दुकानों को हटाने के लिए रचना तैयार की जाए. जिसका अयोध्या के संतों ने पुरजोर स्वागत किया है. संत समाज अयोध्या में काफी लंबे समय से यह मांग कर रहा था कि धार्मिक स्थलों के आसपास के शराब और मांस की दुकानों को हटाया जाए. 

अयोध्या में तपस्वी पीठ के महंत जगत गुरु परमहंस आचार्य ने कई दिनों तक आमरण अनशन कर राष्ट्रपति को पत्र भेजा था. धर्म नगरी अयोध्या के सांस्कृतिक सीमा से शराब और मांस की दुकानें हटाई जाए परमहंस के मांग पत्र पर राष्ट्रपति ने जिले के आला अधिकारियों को निर्देशित एक पत्र भेजा था, जिसके बाद अयोध्या के 5 कोसी परिक्रमा मार्ग से शराब और मांस की दुकानों को बाहर किया गया था.


अयोध्या में प्रवेश द्वार के समीप मुहावरा चौराहे पर शराब और मांस की दुकानें थीं. इन दुकानों को 5 कोष परिक्रमा मार्ग से जरूर दूर किया गया है, परंतु अब संतो ने मांग की है कि अयोध्या सीमा के अंदर से ही शराब और मांस की दुकानें हटाई जाएं. मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद अयोध्या के संत उतसाहित हैं और संतों ने मुख्यमंत्री की इस घोषणा का स्वागत किया है.


मुख्यमंत्री को दिया साधुवाद

हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि मुख्यमंत्री को कोट कोट साधुवाद है, विगत कई वर्षों से संत समाज ने मांग की थी. राम नगरी के पंचकोशी परिक्रमा मार्ग के अंदर जो भी शराब और मछली और मांस की दुकानें हैं. उसको दूर किया जाए मुख्यमंत्री जी को साधुवाद है, जिन्होंने इस विषय पर चिंतन किया प्रशासन से कहा है कि कहां कहां शराब और मांस की बिक्री तीर्थ क्षेत्र में चल रही है और कैसे उसको रोका जाए इस पर योजना रचना तैयार करें इसके लिए कोटी कोटि को साधुवाद है. तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंस दास ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल का यह सबसे महत्वपूर्ण निर्णय होगा. परमहंस आचार्य ने कहा कि धार्मिक संस्कृति को बचाने के लिए तीर्थ क्षेत्रों से अंडा और मांस की दुकानों को हटाया जाना अति आवश्यक है.


संस्कार बदलने के लिए जरूरी

जगत गुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि यह जिलों के नाम बदलने से कुछ नहीं होगा योगी जी की मौजूदगी में यदि धार्मिक क्षेत्रों में अंडा और मांस बिक रहा है, उस पर रोक लगाई जानी चाहिए, जिससे कि संस्कार बदले. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सबसे महत्वपूर्ण फैसला रहा और हम साधु संत धर्माचार्य इसका स्वागत करते हैं सभी धार्मिक स्थलों की सांस्कृतिक सीमा चौरासी कोस है और सभी चौरासी कोस के अंदर तीर्थ क्षेत्रों से मांस मदिरा की दुकानें हटाई जानी चाहिए. सबसे ज्यादा तीर्थ क्षेत्र उत्तर प्रदेश में है. 

इसमें अयोध्या मथुरा काशी चित्रकूट प्रयागराज नेमी सारण है योगी जी की इस पहल से भारतीय संस्कृत पर जो कुठाराघात होता रहा है उस पर लगाम लगेगी और भारतीय संस्कृति पुनः प्रतिष्ठित होगी योगी जी का यह फैसला बहुत ही महत्वपूर्ण है और हम सभी साधु संत समाचार देश प्रेमी इसका अभिनंदन करते हैं. संतों ने कहा कि बनारस में भी मांस मदिरा के इस्तेमाल पर रोक की मांग उठी थी, लेकिन तमाम दुश्वारियां के चलते सरकार ने उसे लागू नहीं किया जा सका.


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