Basant Panchami 2020 : छात्र करें ऐसे पूजा , ऐसा क्या करें जिससे एग्जाम में अच्छे नंबर आएं
दिल्ली। बसंत पंचमी (Basant Panchami 2020) का पर्व देश भर में धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा होती है। बसंत पंचमी का सीधा संबंध शिक्षा और ज्ञान से है। एग्जाम का माहौल बन चुका है। परीक्षार्थी एग्जाम की तैयारियों में जुट गए हैं। एग्जाम की डेट भी नजदीक आ रही हैं ऐसे में हर परीक्षार्थी अच्छे नंबर लाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। बसंत पंचमी का दिन विधार्थियों के लिए खास है। आइए जानते हैं कि इस दिन ऐसा क्या करें जिससे एग्जाम में अच्छे नंबर आएं-
29 जनवरी 2020 को बसंत पंचमी का पर्व है। हालांकि कुछ विद्वानों के मुताबिक पंचमी तिथि की शुरुआत 29 जनवरी से हो रही है तो इस दिन बसंत पंचमी मनाई जाएगी। तो वहीं कई जानकारों का मानना है कि 29 जनवरी को पंचमी तिथि की शुरुआत सूर्योदय के एक प्रहर बाद हो रही है जिसके चलते 30 जनवरी को सरस्वती पूजा करना अच्छा रहेगा।
इस दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है। इस दिन से ही बच्चों की पढ़ाई शुरू करने की भी परंपरा है। इस दिन छोटे बच्चों के हाथों में किताबे और पेसिंल थमाई जाती है। मान्यता है कि जिन बच्चों की पढ़ाई बसंत पंचमी के दिन से शुरू होती हैं वे बच्चे पढ़ाई में होशियार बनते हैं। एग्जाम की तैयारियों में जुटे छात्रों के लिए बसंत पंचमी का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है। मां सरस्वती की कृपा बनी रहे, इसके लिए इस दिन मां सरस्वती की खास पूजा की जाती है। इस दिन छात्रों को पेन किताबों की भी पूजा करनी चाहिए।
जिन लोगों की जन्मकुंडली में बुध ग्रह कमजोर है ऐसे लोगों को इस दिन मां सरस्वती की पूजा करनी चाहिए। इससे बुध की अशुभता दूर होती है। इस दिन सुबह उठकर स्नान करने के बाद मां सरस्वती के चित्र को धूप दिखाएं। सरस्वती वंदना का पाठ करें। इससे बुध की नकारात्मकता जीवन से दूर होगी। एग्जाम को लेकर जिन लोगों में घबराहट और भय की स्थिति बनी रहती है ऐसे लोगों को बसंत पंचमी के दिन सरस्वती माता के चित्र पर पीले फूल चढ़ाने चाहिए। सरस्वती वंदना का पाठ करें।सरस्वती मंत्र का जप करने से भी लाभ मिलता है।
बसंत पंचमी के दिन जो छात्र मां सरस्वती की पूजा अर्चना करते हैं उनपर मां सरस्वती का आर्शीवाद बना रहता है। मां सरस्वती की आराधनी और पूजा करने से परीक्षा को लेकर किसी प्रकार का भय नहीं रहता है। पढ़ाई में मन लगता है और एकाग्रता बनी रहती है।
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