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Sunday Success Story:आईएएस निधि सिवाच की कहानी उन्हीं की जुबानी -- फेल होने पर घरवाले कर देते शादी

Sunday Success Story:आईएएस निधि सिवाच की कहानी उन्हीं की जुबानी -- फेल होने पर घरवाले कर देते शादी


यूपीएससी में 83 रैंक हासिल करने वाली निधि सिवाच की सक्सेस स्टोरी हर कैंडिडेट खासकर महिलाओं के लिए काफी प्रेरणा देने वाली है। घरवालों की तरफ से शादी के दबाव और बिन कोचिंग के भी निधि ने सफलता हासिल की।


IAS Success Story:  निधि सिवाच के सामने पिता ने शर्त रखी थी कि अगर प्री या मेन्स से बाहर हुई तो उन्हें शादी के लिए हां करनी पड़ेगी।  इस दबाब में अपने तीसरे एटेम्पट को आखिरी एटेम्पट समझ के तैयारी की और सफलता हासिल की। निधि ने बिना कोचिंग के सिविल सेवा परीक्षा 2018 में  रैंक 83 हासिल की। 


यूट्यूब चैनल दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिए इंटरव्यू में निधि ने बताया कि उन्होंने साल 2015 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद उन्होंने टैक महिंद्रा में नौकरी की थी। हालांकि, कॉलेज टाइम तक उन्होंने सोचा था कि वह डिजाइन या फिर डिफेंस के फील्ड में जाएंगी।


निधि कहती हैं- जब मैं एफकैट का इंटरव्यू दे रही थी तब मुझसे इंटरव्यू लेने वाले सर ने कहा तुम्हें सिविल सर्विस की तैयारी करनी चाहिए। इसके बाद मैंने इसकी तैयारी करनी शुरू की। निधी ने बताया कि मैंने हिस्ट्री ऑपशनल सब्जेक्ट चुना। 




निधि ने एग्जाम का एक्सपीरियंस बताते हुए कहा-हम कई बार चीजें जैसे चाहते हैं वैसे वह होती नहीं है। मेरा मेन्स का पहला एग्जाम था। मैं निबंध लिख रही थीं। मैंने आधे घंटे बॉडी सट्रक्चर बना लिया था और लिखने वाली थी। 


निधि के मुताबिक मैं एक पेज लिख चुकी थी जो मेरे पीछे बैठे थे उन्होंने गलती से पानी मेरी आंसर शीट में गिरा दिया। मेरी पूरी आंसर शीट भीग गई। इस वजह से मेरे 15 से 20 मिनट खराब हो गए थे। मैं हार मारने वाली थी, लेकिन ये एग्जाम आपकी धैर्य की भी परीक्षा लेता है।    




निधी ने एग्जाम की टिप्स देते हुए कहा कि -इस चीज पर कभी मत फॉलो करना कि हम इतना पढ़ेंगे तभी सिलेक्शन होगा। ऐसे में आप सिलेक्टेड पढ़ों और जितनी ज्यादा बार हो सके उतना ज्यादा रिवीजन करो। सब चीज के पीछे नहीं भागना चाहिए। निधि ने मेन्स की रणनीति बताते हुए कहा- आपको लगेगा की हर चीज दोहराई जा रही है। आप कॉपी चेक करने वाले को नजरिए से सोचे तो उसे भी दिन में 60 से 70 एक जैसी कॉपी चेक करनी होती है। ऐसे में इस चीज का ध्यान रखें कि कॉपी चेक करने वाले को आपकी कॉपी में कुछ अलग मिले।


 


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