किसानों की फसलें भी पीती है शराब !
शराब पीना सेहत के लिए अत्यंत हानिकारक है चाहे वो देशी शराब हो या विदेश शराब, शराब सेहत के लिए बहुत नुकसान देहक है ये तो सब ही जानते हैं। अपने शराब से जुडी हुई खबर तो कई बार सुनी और देखीं होंगी,मगर आज हम आपको शराब से जुडी हुई और रोचक खबर बताने वाले हैं । क्या कभी आपने शराब से खेती करते हुए किसान को देखा या सुना हैं इस समय न्यूज़ में ये खबर काफी प्रकाशित भी हो रही है। जी हाँ हम सही कह रहे हैं शराब वैसे तो सेहत के लिए हानिकारक बताई जाती है ।यूपी के मेरठ व बहराइच में किसान खेती करते समय शराब का उपयोग कर रहे है,यहाँ किसान आलू की खेती के लिए शराब का प्रयोग कर रहे है किसान का कहना है कि ठण्ड के प्रकोप से आलू की खेती को कोई नुकसान ना पहुंचे इसलिए आलू के खेत में शराब का स्प्रे से छिड़काव करते है इससे आलू का का विकास अच्छी तरह होता है आलू ख़राब नहीं होते है ।
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किसान की माने तो शराब के छिड़काव से आलू शीतलहर का प्रकोप से बच जाते है आलू भी मोटा पैदा होता है जिससे कई गुना मुनाफा भी बढ़ जाता है। किसान का यह भी कहना है कि आलू कि खेती में कीटनाशक दवा के साथ शराब का भी छिड़काव करते है। जिससे आलू की फसल जल्दी से तैयार हो जाती है और कोई नुकसान भी नहीं होता है।ठंड में अधिक पाला पड़ने की वजह से आलू के खेत में शराब का स्प्रे किया जाता है। ठण्ड में शारब का स्प्रे करने से पाला भी नहीं मारता है ।शराब का छिड़काव करने से उसमें मौजूद एल्कोहल फसलों पर उत्प्रेरक का कार्य करता है. जिससे पत्तियों के स्टोमेटा खुल जाते हैं और उनमें प्रकाश संश्लेषण की क्रिया बढ़ने से क्लोरोफिल की मात्रा बढ़ जाती है. जिससे फसल हरी-भरी और स्वस्थ दिखाई देती है तथा बीमारियों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ जाती है।किसानों ने ये भी दावा किया है कि महंगे कीटनाशक दवाओं से सस्ता और बढ़िया उपाय है अल्कोहल सब्जियों को नुकसान पहुंचने वाले कीड़े को मार देता है ।हालांकि, अभी तक इस पर कोई शोध नहीं हुआ है।
दावा ये भी किया जाता है कि शराब के छिड़काव के तीसरे दिन ही सब्जियों के पौधों से पीलापन दूर होने लगता है। उसकी बढ़वार भी शुरू हो जाती है। पौधों पर मंडराने वाले कीट या अन्य बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं। फल बनने से पहले फूल सूखने की समस्या भी समाप्त हो जाती है। नए फूल और फल लगने लगते हैं।
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