दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण का स्तर चिंता का सबब बना हुआ है. राजधानी की हवा में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए राज्य की सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक बसों को हरी झंडी दिखाई।इसके लिए दिल्ली सरकार लगातार अलग-अलग कंपनियों की बस ट्रायल के तौर पर चलवा रही है. इसी कड़ी में गुरुवार को इलेक्ट्रा कंपनी की बस का ट्रायल शुरू किया गया. दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने हरी झंडी दिखाकर ट्रायल की शुरुआत की। केजरीवाल सरकार 1,000 इलेक्ट्रिक बस चलाने की तैयारी में है। नई इलेक्ट्रॉनिक बस रुत नंबर 534 पर आनंद विहार ISBT से महरौली टर्मिनल के बीच चलेगीयह तीसरी बस है, जिसे दिल्ली सरकार ने ट्रायल के तौर पर चुना है. इससे पहले से दो कंपनियों की बसें दिल्ली में ट्रायल के तौर पर चल रही है. फिलहाल यह इलेक्ट्रा बस दिल्ली के रूट नंबर- 534 आनंद विहार आईएसबीटी से महरौली टर्मिनल के बीच चलेगी|
आपको बता दें, इलेक्ट्रॉनिक बसों का परीक्षण तीन महीनों तक चलेगा। 36 यात्रियों को बैठाने की क्षमता वाली ये बस दिल्ली में प्रदूषण के स्तर को कम करने में मदद करेगी।दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के मुताबिक, 'बीते एक डेढ़ महीने में यह तीसरी बस है जिसको पायलट के तौर पर हम चला रहे हैं. हम उम्मीद कर रहे हैं कि बहुत जल्द इलेक्ट्रिक बसों का टेंडर जारी हो जाएगा. जहां तक बात है सीएनजी बसों की तो उनका टेंडर जारी किया जा चुका है और उम्मीद की जा रही है कि अप्रैल से जून के बीच में दिल्ली की सड़कों पर नई सीएनजी बसें चलना शुरू हो जाएंगी.'
बता दें कि राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए केजरीवाल सरकार एक बार राज्य में ऑड-इवन लागू कर सकती है. 2015 में ऑड इवन स्कीम को लागू किया था । दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण परेशानी का सबब बन चुका है।दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली की केजरीवाल सरकार जब से सत्ता में आई है तब से कई बार ट्रायल अलग ट्रायल कर चुकी है।
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